By Team Sochiyega Zaroor
हेलो दोस्तों, आज मैं उस बारे में बात करना चाहता हूं जो हाल ही में मेरे दिमाग में है। निःस्वार्थ और स्वार्थी होना एक मुश्किल संतुलन हो सकता है, है ना? लेकिन कभी-कभी अगर आप वास्तविक बदलाव लाना चाहते हैं तो आपको खुद को पहले रखना होगा।
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